सुरक्षा एजेंसियों के साथ एक डोजियर तैयार किया गया है। इसमें दावा किया गया है कि अमृतपाल सिंह युवाओं को ‘खाड़कू’ या मानव बम बनाने के वास्ते उन्हें तैयार करने में मुख्य रूप से शामिल था।