त्रिपुरा में टीएमसी को ‘नोटा’ में डाले गए वोटों से भी कम वोट मिले, जबकि मेघालय में पार्टी के विधायकों की संख्या 11 से घटकर 5 हो गई। ममता के नेतृत्व वाली पार्टी को सागरदिघी में भी झटका लगा।