बयान के अनुसार युवकों के खुलासे से पता चला कि वे आतंकवादी संगठनों में भर्ती होने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान में आतंकवादी संचालकों के संपर्क में थे।