6 जनवरी को सदन की पहली बैठक में शपथ ग्रहण के दौरान जो कुछ हुआ उसके बाद तो मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है। ऐसे में नजरें काफी हद तक महज 9 वार्डों में जीत हासिल करने वाली कांग्रेस पर टिक गई है।